यूँ तड़पे हैं सनम तेरी याद में जैसे सावन में जले हैं आग में, यूँ तड़पे हैं सनम तेरी याद में जैसे सावन में जले हैं आग में,
ना पूछ ये दिल किस दर्द से गुज़रा जब ना मिली खबर किसी अख़बार में, ना पूछ ये दिल किस दर्द से गुज़रा जब ना मिली खबर किसी अख़बार में,
बस चल दिया हूँ रास्तो पर तलाशते कुछ निशान में , क्या पहचान है उसकी, क्या होगा रूप उसका बस चल दिया हूँ रास्तो पर तलाशते कुछ निशान में , क्या पहचान है उसकी, क्या होगा...
जहां मैंने जन्म लिया, वहां है आज महल खड़ा। कभी होता था घर वहां, घर में था दालान बड़ा। जहां मैंने जन्म लिया, वहां है आज महल खड़ा। कभी होता था घर वहां, घर में ...
किसने मुझको पुकारा, रुको ओ पथिक। मैं भी साथ चलने को आतुर तुम आओ धीरे-धीरे मैं जल्दी म किसने मुझको पुकारा, रुको ओ पथिक। मैं भी साथ चलने को आतुर तुम आओ धीरे-धीरे ...
हर रोज ढलते दिन के साथ परछाई की तरह बढ़ती है हर रोज ढलते दिन के साथ परछाई की तरह बढ़ती है